Pages

Sunday, January 27, 2013

राजस्थानी हास्य रचनावां


ड्‌यूटी



पुलिस मार्‌यौ छापौ

वी.सी.डी. पकडीजगी

फोकट मांय फिल्मां देखी

ड्‌यूटी गिणीजगी।



स्याणा

पुलिसआळा

देखौ कित्ता स्याणा

मारै डंडा

अर कमावै दाणा



टैम

जका माइत

टैम स्यूं नीं जागै

बां'रा टाबर बां ड़ै पाग़ां

कद लागै?



दुःख


गिण्यां-मिण्या लोग

भेळा करै सुख

ई खातर ई दुनियां मांय

बध रैया दुःख।











घाटौ

जद मांग्यां मिलै

आटौ

तो बताओ

किंयां लागै

घाटौ?



लालबत्ती

मारग चालणियां नै

लालबत्ती आगै नै

चालण स्यूं पालै

पण रेडियो अनाउंसर

लालबत्ती देख र

आगी नै चालै।



मरियल

मरियल सै छोरै रो

काम जमग्यौ

मोटापौ घटावणआळी

दवाई बेच र

मोटौ सेठ बणग्यौ।



संदर्भ- कानिया मानिया कुर्र, हनुमानगढ़,

जोगासिंह कैत 'जोगी', वरिष्ठ उद्घोषक आकाशवाणी,

सूरतगढ़ (राज.)

























No comments:

Post a Comment