Pages

Monday, October 10, 2011

म्हारी जुबान रो खोलो ताळो


Thursday, September 15, 2011

कियां बैठगे बात करा ?




भागम भाग हुई जिन्दानी, अबे चोपाला री बात कठै
देर रात तक पड़े जागनों , मुस्किल स्यु देखां परभात अठै
उभयो आनो पड़े भीड़ में, किन बिद सीधी लात करा
..............कियां बैठगे बात करा ?

कदी हथाई करी बडेरा,अब तो करनी हाथापाई है
दूख सुख में आडो आणे री असल बात बीसराई है
होड़म होड़ लगी सगळा में, एक दूजे ने मात करा
................कियां बैठगे बात करा ?

ओखो मौको मिलै कदे, करस्यां होटल में खानों पीनो
देर रात तक डांस पार्टी, मौज मस्ती री ओं है जीनो
नवे जमानो रो फलसफो है, दिन स्यु उजली रात करा
..............कियां बैठगे बात करा ?